रामदासु कीर्तन ए तीरुग ननु दय चूचॆदवो
ए तीरुग ननु दय चूचॆदवो, इन वंशोत्तम रामा ना तरमा भव सागरमीदनु, नलिन दलेक्षण रामा
श्री रघु नन्दन सीता रमणा, श्रितजन पोषक रामा कारुण्यालय भक्त वरद निनु, कन्नदि कानुपु रामा
क्रूरकर्ममुलु नेरक चेसिति, नेरमुलॆञ्चकु रामा दारिद्र्यमु परिहारमु सेयवे, दैव शिखामणि रामा
वासव नुत रामदास पोषक वन्दन मयोध्य रामा भासुर वर सद्गुणमुलु कल्गिन भद्राद्रीश्वर रामा
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