सतुलाल चूडरे श्रावणबहुलाष्टमि
सकलाय नडुरेयि गलिगॆ श्रीकृषुडु ।
पुट्टेयपुडे चतुर्भुजालु शङ्खुचक्रालु
यॆट्टु धरियिञ्चॆने यी कृष्णुडु ।
अट्टॆ किरीटमु नाभरणालु धरिञ्चि
यॆट्ट नॆदुट नुन्नाडु यी कृष्णुडु ॥
वच्चि ब्रह्मयु रुद्रुडु वाकिट नुतिञ्चगानु
यिच्चगिञ्चि विनुचुन्ना(डीकृष्णुडु ।
मुच्चटाडी देवकितो मुञ्चि वसुदेवुनितो
हॆच्चिनमहिमलतो यी कृष्णुडु ॥
कॊद दीर मरि नन्दगोपुनकु यशोदकु
इदिगो ता बिड्डाडायॆ नीकृष्णुडु ।
अदन श्री वेङ्कटेशुडै यलमेल्मङ्ग(गूडि
यॆदुटने निलुचुन्ना डीकृष्णुडु ॥