अन्नमय्य कीर्तन नवरसमुलदी नलिनाक्षि
नवरसमुलदी नलिनाक्षि |
जवकट्टि नीकु जवि सेसीनि ||
शृङ्गार रसमु चॆलिय मॊकम्बुन |
सङ्गति वीररसमु गोल्ल |
रङ्गगु करुणरसमु पॆदवुलनु |
अङ्गपु गुचमुल नद्भुत रसमु ||
चॆलि हास्यरसमु चॆलवुल निण्डी |
पलुचनि नडुमुन भयरसमु |
कलिकि वाडुगन्नुल भीभत्समु |
अल बॊम जङ्कॆनल नदॆ रौद्रम्बु ||
रति मरपुल शान्तरसम्बदॆ |
अति मोहमु पदियवरसमु |
इत्वुग श्रीवेङ्कटेश कूडितिवि |
सतमै यीपॆकु सन्तोस रसमु ||