अन्नमय्य कीर्तन अन्तर्यामि अलसिति
रागं: शिव रञ्जनि
अन्तर्यामि अलसिति सॊलसिति |
इन्तट नी शरणिदॆ जॊच्चितिनि ||
कोरिन कोर्कुलु कोयनि कट्लु |
तीरवु नीववि तॆञ्चक |
भारपु बग्गालु पाप पुण्यमुलु |
नेरुपुल बोनीवु नीवु वद्दनक ||
जनुल सङ्गमुल जक्क रोगमुलु |
विनु विडुववु नीवु विडिपिञ्चक |
विनयपु दैन्यमु विडुवनि कर्ममु |
चनददि नीविटु शान्तपरचक ||
मदिलो चिन्तलु मैललु मणुगुलु |
वदलवु नीववि वद्दनक |
ऎदुटनॆ श्री वॆङ्कटेश्वर नीवदॆ |
अदन गाचितिवि अट्टिट्टनक ||